ये दोस्ती
" ये दोस्ती "
मुझे तुमसे है जो,वो मोहब्बत नहीं है,
हमारी दोस्ती उससे,बढ़कर कहीं है।।
जिसे किसी ने न जाना,था उसे तुमने जाना,
जिसे किसी ने न माना,था उसे तुमने माना,
मेरी तो हर इक आरजू....बस...तू ही है,
यह दोस्ती मोहब्बत से बढ़कर कही है,
मुझे तुमसे है जो,वो मोहब्बत नहीं है,
हमारी दोस्ती उससे,बढ़कर कहीं है।।1।।
कोई दीवाना तो,कोई पागल है कहता,
मेरा दिल बिना तेरे,पल भी न रहता,
मेरी हर इक ख्वाहिश,बस.तू.ही है,
यह दोस्ती प्यार से,बढ़कर कही है,
मुझे तुमसे है वो,आशिकी नहीं है,
यह दोस्ती उससे बढ़कर कही है।।2।।
.....KeशV Gautam.....