दीवानापन
प्यार में दीवानापन तो सब देखते है,
पागलपन कम देखने मिलता है,
पानी से नही,
सहलाकर प्यार खिलता है।
दिल यूँ तो बाज़ार में नहीं बिकता है।
आज की रात देखते है, जागते हुए काट देंगे
कलम की स्याही से लिखते हुए,
खून से सने कागज़ पर
अपने दिल के के ख्वाब छाप देंगे।
सच्चे आशिक़ है,
आपके लिए इस दिल की कीमत भी माप लेंगे।