दोस्त नहीं बनती
हां सही सुना है तुम्हें मैं दोस्त नहीं बनती,
जानते हो क्यों ??
इसकी वजह क्या रही....
बनाया था मैंने भी किसी को
अपना खास
जो थी मेरे दिल के बहुत पास
पेरेंट्स भी जो ना समझे
उन बातों को समझ कर
वो देती थी मेरा साथ
अगर मैं कभी रो दू तो
मेरे साथ रोया भी करते थी
खुद को बहुत खुशनसीब मानती थी मैं
जब वो मेरे साथ हुआ करती थी
जानते हो कौन थी वो
मेरी बेस्ट फ्रेंड मेरी सोना थी
कुछ लोग हमारी दोस्ती तोड़ने
की हर मुमकिन कोशिश करते थे
पर हम दोनों ने
अपनी दोस्ती को दिल से अपनाया था
दोस्ती हमारी टूट के भी
अक्सर जुड़ जाया करते थीं
फिर एक दौर ऐसा आया
हो गया उसे किसी और से प्यार
उसका बॉयफ्रेंड मुझे ना पसंद करता था
इसका मतलब हमारी दोस्ती का टूटना अब पक्का था
।।